शुक्रवार, 11 मार्च 2011

क्षणिकायें -- २


छल
भरा नर तन स्वयम् बदनाम है,
खोजना छल छिद्र उसका काम है,
खोजती जो कालिमा रजनीश में,
आँख की पुतली स्वयम् भी श्याम है !


मृत्यु मानव के लिये अभिशाप है,
ज़िंदगी भी पाप है, परिताप है,
झूलता है मध्य में इनके मनुज ,
बना अनबूझी पहेली आप है !

3
कुछ फूलों में ही शूल हुआ करते हैं,
भावों के पंछी गगन छुआ करते हैं,
है भूल भरा जीवन बह जाने वाला,
रह जाने वाले कूल हुआ करते हैं !

किरण

20 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत गहरे भाव लिए क्षणिकाएं |अदितीय

    आशा

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन भावमयी क्षणिकायें.

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बेहतरीन भावमयी क्षणिकायें| धन्यवाद|

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सार्थक और भावपूर्ण ...

    जवाब देंहटाएं
  5. • इन क्षणिकाओं में आपकी वैचारिक त्वरा की मौलिकता नई दिशा में सोचने को विवश करती है।

    जवाब देंहटाएं
  6. मृत्यु मानव के लिये अभिशाप है,
    ज़िंदगी भी पाप है, परिताप है,
    झूलता है मध्य में इनके मनुज ,
    बना अनबूझी पहेली आप है !

    sadhna jab bhi koi apni lekhni se apne man ke udgar likhta hai to jo bhaav uske man me chal rahe hote hai un tak any koi dusra kadapi nahi pahuch sakta. is liye me ye nahi kahti ki in upar ki char lines me uper ki pankti galat hai.

    lekin me is pankti se sahmat nahi ho pa rahi. kshama chaahungi agar aap ko thes lagi ho to.
    mrityu ek abhishaap nahi ek vardaan hai jo har insaan ko jindgi sahi mayne me jine ke liye agrsar bhi karti hai aur abhishapt jindgi ko aakhri chain ki saans dene ke liye bhi maut hi hai.

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत सुन्दर क्षणिकाएं ....

    अंतिम क्षणिका बहुत अच्छी लगी ..सच है स्थायित्व किनारों में है निरंतर बहने में नहीं ...

    जवाब देंहटाएं
  8. कुछ फूलों में ही शूल हुआ करते हैं,
    भावों के पंछी गगन छुआ करते हैं,

    बड़ी सहजता से गहरी बात कही गयी है,इन क्षणिकाओं में

    जवाब देंहटाएं
  9. द्वितीय वाली मुझे ज्यादा पसंद आई...

    जवाब देंहटाएं
  10. झूलता है मध्य में इनके मनुज ,
    बना अनबूझी पहेली आप है !

    बहुत खूब !! शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं
  11. सुन्दर क्षणिकाएं...

    हर क्षणिका का संदेश भी अद्भुत है...

    कुछ कहती...

    कुछ बतियाती हर क्षणिका... !!

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत ही सुन्‍दर ...लाजवाब प्रस्‍तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  13. तीनों क्षणिकाएँ बहुत सुन्दर.वाह वाह

    जवाब देंहटाएं
  14. रंगों का त्यौहार बहुत मुबारक हो आपको और आपके परिवार को|
    कई दिनों व्यस्त होने के कारण  ब्लॉग पर नहीं आ सका
    बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..

    जवाब देंहटाएं